प्रत्येक परीक्षा का अपना एक पाठ्यक्रम होता है, जिसके आधार पर उस परीक्षा में प्रश्न पूछे जाते हैं। अगर आप किसी परीक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपके पास उस परीक्षा के पाठ्यक्रम के बारे में संपूर्ण जानकारी का होना आवश्यक है। किसी भी परीक्षा के पाठ्यक्रम को समझ कर आप कम मेहनत में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
दोस्तों नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम SSC के द्वारा कराए जाने वाली एक बहुत ही महत्वपूर्ण परीक्षा SSC CGL के पाठ्यक्रम के बारे में बात करने वाले हैं। जिसमें हम SSC CGL Syllabus के साथ-साथ इसके परीक्षा पैटर्न तथा चयन प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
साथ ही हम SSC CGL Syllabus के अंतर्गत आने वाले पाठ्यक्रमों को पढ़ने के तरीकों तथा तैयारी के अन्य स्रोतों के बारे में भी चर्चा करेंगे। पर उससे पहले हम संक्षेप में SSC CGL परीक्षा के बारे में जान लेते हैं, ताकि इस आर्टिकल में दी जा रहे अन्य जानकारी को समझने में आसानी रहे।
SSC CGL क्या है?
SSC CGL एक एकदिवसीय परीक्षा है, जिसे SSC के द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है। यह परीक्षा केंद्र स्तर पर आयोजित की जाती है, जिसके माध्यम से केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों एवं मंत्रालयों में रिक्त हुए ग्रुप B एवं ग्रुप C के पदों पर भर्ती की जाती है।
Know More About:- SSC क्या है? और SSC की तैयारी कैसे करें?
इस परीक्षा में आवेदन के लिए आवेदक का किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना आवश्यक है। साथ ही आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम आयु 32 वर्ष तक होनी चाहिए। कुछ विशेष वर्ग के अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट भी प्रदान की जाती है।
SSC CGL परीक्षा के माध्यम से नौकरी प्राप्त करने के लिए आपको इसके तीन चरणों की परीक्षा टियर 1, टियर 2 तथा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में प्रतिभाग कर उत्तीर्ण होना होगा।
- टियर 1
- टियर 2
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
SSC CGL की टियर 1 परीक्षा क्वालीफाइंग परीक्षा है। जिसमें पास होने के बाद ही आप इसकी टियर 2 परीक्षा में प्रतिभाग कर सकेंगे। टियर 1 परीक्षा में प्राप्त अंक फाइनल मेरिट में नहीं जोड़े जाते हैं।
- टियर 1
- 200 अंकों की कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा
टियर 2 परीक्षा SSC CGL की सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसमें प्राप्त अंकों के आधार पर ही अभ्यर्थी का अंतिम रूप से चयन किया जाता है। टियर 2 परीक्षा में कुल तीन पेपर कराए जाते हैं, जिन्हें हम पेपर-1, पेपर-2 तथा पेपर-3 के नाम से जानते हैं।
- टियर 2
- पेपर-1
- पेपर-2
- पेपर-3
टियर 2 परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाता है, जिसके उपरांत उन्हें उनके द्वारा परीक्षा में प्राप्त रैंक एवं पद वारियता के आधार पर SSC CGL के किसी एक पद के लिए चयनित कर लिया जाता है।
उम्मीद है कि आप CGL परीक्षा में चयनित होने की प्रक्रिया को समझ गए होंगे। चलिए अब हम एसएससी सीजीएल के टियर 1 परीक्षा पैटर्न तथा उसमें पूछे जाने वाले सिलेबस के बारे में साथ ही टियर 2 परीक्षा पैटर्न एवं उसमें पूछे जाने वाले सिलेबस के बारे में जान लेते हैं।
SSC CGL Exam Pattern 2024
SSC CGL की परीक्षा में दो लिखित परीक्षाएं कराई जाती हैं। जिन्हें हम टियर 1 परीक्षा तथा टियर 2 परीक्षा के नाम से जानते हैं। दोनों ही परीक्षाएं ऑनलाइन यानी कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है, और इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं।
दोनों परीक्षाओं का पैटर्न एवं सिलेबस एक दूसरे से पूर्णत: भिन्न है। तो चलिए हम एक-एक करके दोनों परीक्षाओं के पैटर्न एवं सिलेबस के बारे में जान लेते हैं:-
SSC CGL Tier 1 Exam Pattern
SSC CGL टियर 1 की परीक्षा में कुल चार विषयों सामान्य बुद्धि एवं तर्क, सामान्य जागरूकता, गणित तथा अंग्रेजी से प्रश्न पूछे जाते हैं।
इन प्रत्येक विषय से 25-25 प्रश्न 50-50 अंकों के लिए दिए जाते हैं, जिन्हें करने के लिए कुल 60 मिनट का समय दिया जाता है।
यानी कि एसएससी सीजीएल की टियर 1 परीक्षा में चार विषयों से 100 प्रश्न 200 अंकों के लिए पूछे जाते हैं।
इस परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए के .50 अंक काट लिए जाते हैं।
परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी प्रश्न (अंग्रेजी भाषा को छोड़कर) अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होंगे।
परीक्षा में समय के लिए कोई सेक्शन लिमिट नहीं है। यानी कि इस 60 मिनट का इस्तेमाल आप अपने अनुसार जिस विषय में जितना चाहे उतना समय देकर कर सकते हैं।
टियर 1 परीक्षा क्वालीफाइंग परीक्षा है, जिसमें उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थी ही टियर 2 परीक्षा में प्रतिभाग कर सकेंगे।
SSC CGL Syllabus Tier 1
यहां हम आपको SSC CGL के टियर 1 परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय के पाठ्यक्रमों को साझा कर रहे हैं। जिनका अध्ययन करके आप इस परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करके अपनी पसंद के पद पर नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
सामान्य बुद्धि एवं तर्क
हम पहले ही समझ चुके हैं कि टियर 1 परीक्षा में सामान्य बुद्धि एवं तर्क विषय से कुल 25 प्रश्न 50 अंकों के लिए पूछे जाएंगे।
इस विषय की तैयारी के लिए आप पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का उपयोग कर सकते हैं। जिससे आपको इस विषय से विगत वर्षों में किन-किन टॉपिक से कितने प्रश्न पूछे जाते रहे हैं, तथा पूछे जाने वाले प्रश्नों का स्तर कैसा रहता है इसकी समझ हो सके।
रीजनिंग एक ऐसा विषय है, जिसमें आप थोड़ा प्रयास करके अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए इस विषय के प्रश्नों का निरंतर अभ्यास करते रहें। साथ ही इन प्रश्नों को हल करने के लिए लगने वाले समय पर भी अपनी नजर बनाए रखें।
क्योंकि आपके पास टियर 1 परीक्षा में मात्र 60 मिनट होते हैं, जिसमें आपको 100 प्रश्नों को हल करना होता है। इन 100 प्रश्नों में से 50 प्रश्न गणित तथा रीजनिंग विषय के होते हैं, जिन्हें हल करने के लिए सबसे अधिक समय की आवश्यकता होती है।
इसलिए प्रश्नों को हल करने के साथ-साथ इन्हें हल करने की स्पीड को भी इंप्रूव करते रहे। आप जितना ज्यादा अभ्यास करेंगे उतना ही जल्दी इन प्रश्नों को हल कर सकेंगे।
SSC CGL Syllabus Tier 1: सामान्य बुद्धि एवं तर्क |
एनोलॉजी प्रतीकात्मक संक्रियाएं प्रतीकात्मक / संख्या सादृश्य आंकड़े सादृश्य अंतरिक्ष अभिविन्यास शब्दार्थ वर्गीकरण वेन आरेख संख्या / वर्गीकरण अंकों का वर्गीकरण पैटर्न-फोल्डिंग और अनफोल्डिंग समरूप श्रृंखला | संख्या श्रृंखला निहित आंकड़े आंकड़ो की श्रृंखला तार्किक सोच समस्या का समाधान शब्द निर्माण वर्गीकरण मिरर इमेज रक्तसंबंध आकृति श्रृंखला कोडिंग और डी-कोडिंग इत्यादि। |
सामान्य जागरूकता
सामान्य जागरूकता विषय की तैयारी के लिए आप दैनिक अखबार और करंट अफेयर्स को पढ़ सकते हैं। साथ ही आप स्टैटिक JK के लिए किसी भी पुस्तक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस विषय में अच्छे अंक प्राप्त करना थोड़ा सा मुश्किल होता है। लेकिन अगर आप इस विषय में अच्छे लाने में सफल होते हैं, तो यह आपके चयन को सुनिश्चित करने का काम करेगा।
सामान्य जागरूकता विषय से आप जिस भी टॉपिक को पढ़ें उस टॉपिक का अपना एक नोट्स तैयार करते चले साथ ही साथ समय-समय पर इसका रिवीजन भी करते रहे।
SSC CGL Syllabus Tier 1: सामान्य जागरूकता |
अंतर्राष्ट्रीय मामले राष्ट्रीय मामले अर्थव्यवस्था और वित्त अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएं भूगोल भारतीय भूगोल विश्व का भूगोल भौतिक भूगोल इतिहास भारतीय इतिहास विश्व इतिहास भारतीय राजनीति और संविधान भारतीय राजनीति एवं संविधान पुस्तकें और लेखक | विज्ञान और प्रौद्योगिकी भौतिक विज्ञान जीव विज्ञान रसायन विज्ञान कम्प्यूटर खोज और आविष्कार अन्य सूचना भारत में अंतरिक्ष, रक्षा स्टेटिक जीके सम्मान और पुरस्कार महत्वपूर्ण तिथियाँ विविध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठन अन्य सूचना खेल कला और संस्कृति |
गणित
गणित और रिजनिंग दोनों विषय की तैयारी के लिए आपको एक ही जैसी प्रक्रिया अपनाने की आवश्यकता होती है।
सबसे पहले आप किसी भी पुस्तक से गणित विषय के प्रत्येक टॉपिक के बेसिक को अच्छे समझ लें। इसके लिए आप किसी अध्यापक की सहायता भी ले सकते हैं।
गणित विषय में कुछ ऐसे टॉपिक होते हैं, जिसमें प्रश्नों को हल करने के लिए फॉर्मूलों की आवश्यकता होती है। उन टॉपिक के फार्मूले को याद कर लें या फिर आप इतने प्रश्नों को हल करले की आपको फार्मूला याद करने की आवश्यकता ही ना पड़े।
इस विषय में आप जितनी ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे उतने ही ज्यादा आपकी प्रश्नों को समझने की क्षमता तथा प्रश्नों को हल करने की गति बढ़ती जाएगी।
CGL परीक्षा में गणित विषय से जो भी प्रश्न पूछे जाते हैं, वह बहुत ही बड़े या कठिन नहीं होते हैं। बल्कि ट्रिकी प्रश्न होते हैं। अगर आप प्रश्न को समझ पाते हैं, की क्या पूछना चाहता है, तो आप आसानी से उसे कम समय में ही हल कर सकते हैं।
इसलिए प्रश्नों को अच्छे से पढ़कर उसे समझने का प्रयास करें उसके बाद प्रश्नों को हल करें।
गणित विषय की तैयारी के लिए आप किसी प्रैक्टिस सेट, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र या किसी ऑनलाइन टेस्ट ऐप का उपयोग भी कर सकते हैं।
SSC CGL Syllabus Tier 1: गणित |
औसत नाव एवं धारा चक्रवृद्धि और साधारण ब्याज LCM और HCF मिश्रण और एलिगेशन साझेदारी प्रतिशत पाइप और सिस्टर्न आयु संबन्धित प्रश्न लाभ हानि और छूट अनुपात समानुपात गति, समय और कार्य समय, काम और मजदूरी | एडवांसमैथ ज्यामिति क्षेत्रमिति आंकड़ा निर्वचन त्रिकोणमिति मानक पहचान संपूरक कोण ऊंचाई और दूरियां बीजगणित विविध |
अंग्रेजी
SSC CGL की परीक्षा में अंग्रेजी विषय का काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। यह विषय टियर 1 और टियर 2 दोनों ही परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकता है।
अंग्रेजी विषय तैयार करने का सबसे बेहतर तरीका यह है, कि आप किसी भी पुस्तक से अंग्रेजी व्याकरण के बेसिक नियमों को समझ ले उसके बाद इसका निरंतर अभ्यास करते रहें।
अंग्रेजी विषय में पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों से कई सारे प्रश्न ज्यों के त्यों पूछ लिए जाते हैं। इसलिए आप पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्रों को अवश्य हल करें तथा उन प्रश्न पत्रों से मिलने वाले सभी व्याकरण के नियमों, Antonyms & Synonyms, One word Substitution, Phrases, Preposition आदि को किसी नोट्स में नोट करते रहे और साथ ही उनका रिवीजन करते रहे।
अंग्रेजी विषय में Vocabulary से अच्छे खासे प्रश्न पूछे जाते हैं, जिन्हें तैयार करने का सबसे अच्छा तरीका अंग्रेजी न्यूज़पेपर को माना जाता है। अतः आप अपने डेली रूटीन में अंग्रेजी अखबार को अवश्य शामिल करें।
और प्रत्येक दिन के अखबार से कम से कम 20 ऐसी मीनिंग को नोट करें जिसके बारे में आपको पहले से नहीं पता था। और इन मीनिंग के Synonyms और Antonyms को भी जानने का प्रयास करें और उन्हें एक जगह नोट करते चले।
इन तरीकों को अपना कर पाएंगे कि कुछ ही दिनों में आपकी Vocab में कितना ज्यादा सुधार हुआ है। हो सकता है कि आपको शुरुआत में थोड़ी समस्या का सामना करना पड़े लेकिन प्रयास करते रहे।
न्यूजपेपर पढ़ते समय आप गूगल ट्रांसलेट जैसे अप का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें किसी भी अंग्रेजी शब्द का हिंदी में अर्थ देखा जा सकता है साथ ही इसमें सर्च किए गए शब्द का एंटोनीम्स और सिनोनिम्स भी दिया रहता है। जिन्हें आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
SSC CGL Syllabus Tier 1: अंग्रेजी |
Spot the Error Fill in the Blanks Synonyms/Homonyms Antonyms Spellings/Detecting Mis-spelt words Idioms & Phrases One Word Substitution Improvement of Sentences Active/Passive Voice Direct/Indirect Speech Parajumbles Cloze Passage & Reading Comprehension Etc. |
आर्टिकल के इस पड़ाव तक हम SSC CGL टियर 1 परीक्षा के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर चुके हैं अब बारी है। टियर 2 परीक्षा के बारे में जानने की।
टियर 2 परीक्षा पैटर्न थोड़ा अटपटा है, तो आप इसे ध्यान से समझे। अगर आपको इसे समझने में कोई समस्या हो रही है, तो आर्टिकल को दोबारा पढ़ें। अगर फिर भी कंफ्यूजन बना रहता है, तो आप हमसे हमारे टेलीग्राम ग्रुप में जुड़कर अपने प्रश्न को पूछ कर अपना कंफ्यूजन दूर कर सकते हैं।
SSC CGL Tier 2 Exam Pattern & Syllabus
SSC CGL टियर 1 परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थी टियर 2 परीक्षा में प्रतिभाग करते हैं। यह परीक्षा काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही आपका चयन होगा।
SSC CGL के टियर 2 परीक्षा में कुल तीन पेपर कराए जाते हैं। जिसमें पेपर-1, पेपर-2 और पेपर-3 शामिल है।
- पेपर-1 – (सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य)
- पेपर-2 – जूनियर स्टैटिक ऑफिसर(JSO) पद के लिए
- पेपर-3 – सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी/ सहायक लेखा अधिकारी(AAO) पद के लिए
पेपर-1 परीक्षा सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है। वहीं पेपर-2 परीक्षा उन अभ्यार्थियों के लिए है, जिन्होंने जूनियर स्टैटिक ऑफिसर(JSO) पद के लिए आवेदन किया हो तथा पेपर-3 परीक्षा सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी/ सहायक लेखा अधिकारी(AAO) पद के रूप में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों के लिए होता है।
चलिए अब हम विस्तार से SSC CGL टियर 2 परीक्षा के तीनों पेपर के परीक्षा पैटर्न एवं सिलेबस के बारे में समझ लेते हैं।
SSC CGL Tier 2 Exam Pattern पेपर-1
पेपर-1 परीक्षा में प्रतिभाग करना सभी अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है। इस पेपर में प्रतिभाग करके आप SSC CGL परीक्षा के माध्यम से मिलने वाले सभी पदों पर (केवल जूनियर स्टैटिक ऑफिसर(JSO) तथा सहायक लेखा परीक्षा/अधिकारी लेखा परीक्षा अधिकारी(AAO) पद को छोड़कर क्योंकि इन दोनों पदों के लिए क्रमशः पेपर-2 और पेपर-3 कराए जाते हैं) नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
- पेपर-1 परीक्षा को कुल तीन अनुभागों में बाटा गया है, प्रत्येक अनुभाग के सभी प्रश्नों को हल करना अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है।
- अनुभाग I में दो विषय गणित और रिजनिंग के प्रश्न शामिल होंगे। इन प्रत्येक विषय से 30-30 प्रश्न 90 90 अंकों के लिए पूछे जाएंगे जिन्हें हल करने के लिए आपके पास 1 घंटे का समय होगा।
- फिर पेपर-1 का दूसरा अनुभाग शुरू होगा, जिसमें आपसे अंग्रेजी तथा सामान्य जागरूकता विषय से प्रश्न पूछे जाएंगे। अंग्रेजी विषय से 45 प्रश्न 135 अंकों के लिए तथा सामान्य जागरूकता विषय से 25 प्रश्न 75 अंकों के शामिल होंगे। इन दोनों विषयों के प्रश्नों को हल करने के लिए भी आपको 1 घंटे का समय दिया जाएगा।
- वही अनुभाग III में कंप्यूटर विषय से 20 प्रश्न 60 अंकों के पूछे जाएंगे। जिसे हल करने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाएगा। साथ ही इसी अनुभाग में 15 मिनट का डाटा एंट्री स्पीड टेस्ट भी लिया जाएगा। जिसके अंतर्गत अभ्यर्थी को 15 मिनट में 2000 की डिप्रेशन (कीबोर्ड के अल्फाबेट, नंबर्स तथा सिंबल को मिलाकर उसे की डिप्रेशन कहा जाता है।) को टाइप करना होता है।
- पेपर-1 के अनुभाग III के अंतर्गत कराई जाने वाली दोनों परीक्षाएं क्वालीफाइंग परीक्षा होती है। जिसमें अभ्यार्थियों को सिर्फ पास होना आवश्यक होता है।
- SSC CGL परीक्षा का पेपर 1 दो शिफ्ट में कराया जाता है। पहले शिफ्ट में अनुभाग I, अनुभाग II की परीक्षा तथा अनुभाग III के कंप्यूटर विषय की परीक्षा तथा दूसरे शिफ्ट में डाटा एंट्री परीक्षा कराई जाती है।
- पेपर-1 में प्रत्येक सही उत्तर के लिए अभ्यर्थियों को 3 अंक दिए जाते हैं, वहीं प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक 1 काट लिए जाएंगे।
SSC CGL Syllabus Tier 2 पेपर-1
यहां पर हम आपको SSC CGL के टियर 1 परीक्षा के पेपर-1 के लिए जारी किए गए सिलेबस को साझा करने जा रहे हैं।
SSC CGL टियर 1 परीक्षा तथा टियर 2 के पेपर-1 परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय समान है। बस टियर 2 परीक्षा के पेपर-1 में एक अतिरिक्त विषय कंप्यूटर से प्रश्न पूछ लिए जाते हैं।
हमने आपको टियर 1 परीक्षा की तैयारी के जो तरीके बताएं हैं, उन्ही तरीकों को अपनाकर आप टियर 2 परीक्षा के पाठ्यक्रमों को भी आसानी से तैयार कर सकते हैं।
चलिए अब हम विषयवार तरीकों से सभी विषयों के पाठ्यक्रमों को जान लेते हैं:-
गणित
अंकगणित | एडवांस मेथ |
---|---|
अनुपात समानुपात एलसीएम और एचसीएफ प्रतिशत नाव एवं धारा गति, समय और कार्य साझेदारी चक्रवृद्धि और साधारण ब्याज पाइप और सिस्टर्न आयु संबन्धित प्रश्न समय एवं कार्य औसत मिश्रण और एलिगेशन लाभ हानि और छूट विविध | ज्यामिति (वृत्त, त्रिभुज, चतुर्भुज आदि) क्षेत्रमिति (घन, सिलेंडर, गोला, पिरामिड आदि) आंकड़ा निर्वचन (Data Interpretation) त्रिकोणमिती ऊंचाई एवं दूरी बीजगणित |
रिजनिंग
एनोलॉजी प्रतीकात्मक संक्रियाएं प्रतीकात्मक / संख्या सादृश्य आंकड़े सादृश्य अंतरिक्ष अभिविन्यास शब्दार्थ वर्गीकरण वेन आरेख संख्या / वर्गीकरण अंकों का वर्गीकरण पैटर्न-फोल्डिंग और अनफोल्डिंग | समरूप श्रृंखला आकृति श्रृंखला संख्या श्रृंखला निहित आंकड़े आंकड़ो की श्रृंखला तार्किक सोच समस्या का समाधान शब्द निर्माण कोडिंग और डी-कोडिंग इत्यादि। |
अंग्रेजी
Vocabulary English Grammar Sentence structure Spot the Error Fill in the Blanks, Synonyms/Homonyms Antonyms Spellings/ Detecting misspelt words Idioms & Phrases One word substitution Improvement of Sentences, Active/ Passive Voice of Verbs Conversion into Direct/ Indirect narration Shuffling of Sentence parts Shuffling of Sentences in a passage, Cloze Passage Comprehension Passage- To test comprehension, three or more paragraphs will be given and questions based on those will be asked. At least one paragraph should be a simple one based on a book or a story and the other two paragraphs should be on current affairs, based on a report or an editorial. |
सामान्य जागरूकता
भारत और उसके पड़ोसी देश खेल इतिहास संस्कृति भूगोल आर्थिक दृश्य सामान्य राजनीति भारतीय संविधान वैज्ञानिक अनुसंधान सामान्य विज्ञान इत्यादि। |
कंप्यूटर
कंप्यूटर की मूल बातें | कंप्यूटर का संगठन सेन्ट्रल प्रॉसेसिंग यूनिट (सीपीयू) इनपुट/आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर मेमोरी मेमोरी ऑर्गनाइजेशन बैकअप डिवाइस पोर्ट विंडोज़ एक्सप्लोरर कुंजीपटल शॉर्टकट्स |
सॉफ्टवेयर | विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम जिसमें माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की मूल बातें जैसे एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल और पावर प्वाइंट आदि शामिल हैं। |
इंटरनेट और ई-मेल के साथ काम करना | वेब ब्राउजिंग और सर्चिंग डाउनलोडिंग और अपलोडिंग ई-मेल अकाउंट का प्रबंधन ई-बैंकिंग |
नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा की मूल बातें | नेटवर्किंग डिवाइस और प्रोटोकॉल नेटवर्क और सूचना सुरक्षा खतरे (जैसे हैकिंग, वायरस, वर्म्स, ट्रोजन आदि) और निवारक उपाय। |
SSC CGL Tier 2 Exam Pattern पेपर-2
टियर 2 परीक्षा का पेपर-2 उन अभ्यार्थियों के लिए है, जिन्होंने आवेदन के दौरान जूनियर स्टैटिक ऑफिसर(JSO) पद के लिए भी आवेदन किया था।
इसमें आवेदन के लिए आपका ग्रेजुएट होने के साथ-साथ इंटरमीडिएट परीक्षा में गणित विषय में न्यूनतम 60% अंक होने चाहिए। या फिर आप सांख्यिकी विषय से ग्रेजुएट हो।
अगर आपने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है, तो आपको SSC CGL के टियर 2 परीक्षा के पेपर-2 में प्रतिभाग करने का मौका नहीं दिया जाएगा।
- पेपर-2 में सांख्यिकी विषय के 100 प्रश्न 200 अंकों के लिए पूछे जाते हैं, जिन्हें हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
- इस पेपर में प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक प्रदान किए जाते हैं, वहीं प्रत्येक गलत उत्तर के लिए .50 अंक काटे जाते हैं।
विषय | प्रश्न | अंक | समय |
---|---|---|---|
सांख्यिकी | 100 | 200 | 2 घंटे |
SSC CGL Syllabus Tier 2 पेपर-2
सांख्यिकी
- Collection, Classification and Presentation of Statistical Data
- Primary and Secondary data, Methods of data collection; Tabulation of data; Graphs and charts; Frequency distributions; Diagrammatic presentation of frequency distributions.
- Measures of Central Tendency
- Common measures of central tendency – mean median and mode; Partition values- quartiles, deciles, percentiles.
- Measures of Dispersion
- Common measures dispersion – range, quartile deviations, mean deviation and standard deviation; Measures of relative dispersion.
- Moments, Skewness and Kurtosis
- Different types of moments and their relationship; meaning of skewness and kurtosis; different measures of skewness and kurtosis.
- Correlation and Regression
- Scatter diagram; simple correlation coefficient; simple regression lines; Spearman’s rank correlation; Measures of association of attributes; Multiple regression; Multiple and partial correlation.
- Probability Theory
- Meaning of probability; Different definitions of probability; Conditional probability; Compound probability; Independent events; Bayes’ theorem.
- Random Variable and Probability Distributions
- Random variable; Probability functions; Expectation and Variance of a random variable; Higher moments of a random variable; Binomial, Poisson, Normal and Exponential distributions; Joint distribution of two random variable (discrete).
- Sampling Theory
- Concept of population and sample; Parameter and statistic, Sampling and non-sampling errors; Probability and nonprobability sampling techniques (simple random sampling, stratified sampling, multistage sampling, multiphase sampling, cluster sampling, systematic sampling, purposive sampling, convenience sampling and quota sampling); Sampling distribution(statement only); Sample size decisions.
- Statistical Inference
- Point estimation and interval estimation, Properties of a good estimator, Methods of estimation (Moments method, Maximum likelihood method, Least squares method), Testing of hypothesis, Basic concept of testing, Small sample and large sample tests, Tests based on Z, t, Chi-square and F statistic, Confidence intervals.
- Analysis of Variance
- Analysis of one-way classified data and two way classified data.
- Time Series Analysis
- Components of time series, Determinations of trend component by different methods, Measurement of seasonal variation by different methods.
- Index Numbers
- Meaning of Index Numbers, Problems in the construction of index numbers, Types of index number, Different formulae, Base shifting and splicing of index numbers, Cost of living Index Numbers, Uses of Index Numbers.
SSC CGL Tier 2 Exam Pattern पेपर-3
SSC CGL टियर 2 परीक्षा का पेपर 3 उन अभ्यार्थियों के लिए है, जो सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी/लेखा परीक्षा अधिकारी(AAO) पद पर चयनित होना चाहते हैं।
पेपर-3 में वित्त और अर्थशास्त्र विषय से 100 प्रश्न 200 अंकों के लिए पूछे जाते हैं, जिन्हें हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है।
प्रत्येक सही उत्तर के लिए 2 अंक दिए जाते हैं। तथा प्रत्येक गलत उत्तर के लिए .50 अंक काट लिए जाते हैं।
विषय | प्रश्न | अंक | समय |
---|---|---|---|
वित्त और अर्थशास्त्र | 100 | 200 | 2 घंटे |
SSC CGL Syllabus Tier 2 पेपर-3
वित्त और अर्थशास्त्र
- Financial Accounting
- Nature and scope
Limitations of Financial Accounting
Basic concepts and Conventions
Generally Accepted Accounting Principles
- Nature and scope
- Basic concepts of accounting
- Single and double entry
Books of Original Entry
Bank Reconciliation
Journal, ledgers
Trial Balance
Rectification of Errors
Manufacturing
Trading
Profit & Loss Appropriation Accounts
Balance Sheet
Distinction between Capital and Revenue Expenditure
Depreciation Accounting
Valuation of Inventories
Non-profit organizations Accounts
Receipts and Payments and Income & Expenditure Accounts
Bills of Exchange
Self Balancing Ledgers
- Single and double entry
Comptroller & Auditor General of India- Constitutional provisions, Role and responsibility
- Finance Commission-Role and functions
- Basic Concept of Economics and introduction to Micro Economics
- Definition
Scope and nature of Economics
Methods of economic study
Central problems of an economy
Production possibilities curve
- Definition
- Theory of Demand and Supply
- Meaning and determinants of demand
Law of demand and Elasticity of demand
Price
Income and cross elasticity
Theory of consumer‟s behaviour
Marshallian approach and Indifference curve approach
Meaning and determinants of supply
Law of supply
The elasticity of Supply
- Meaning and determinants of demand
- Theory of Production and cost
- Meaning and Factors of production
- Laws of production- Law of variable proportions and Laws of returns to scale.
- Forms of Market and price determination in different markets
- Various forms of markets-Perfect Competition
Monopoly
Monopolistic Competition
Oligopoly
Price determination in these markets.
- Various forms of markets-Perfect Competition
- Indian Economy
- Nature of the Indian Economy Role of different sectors, Role of Agriculture, Industry and Services-their problems and growth.
National Income of India-Concepts of national income, Different methods of measuring national income.
Population-Its size, rate of growth and its implication on economic growth.
Poverty and unemployment- Absolute and relative poverty, types, causes and incidence of unemployment.
Infrastructure-Energy, Transportation, Communication.
- Nature of the Indian Economy Role of different sectors, Role of Agriculture, Industry and Services-their problems and growth.
- Economic Reforms in India
- Liberalization
Privatization
Globalization
Disinvestment
- Liberalization
- Money and Banking
- Monetary/ Fiscal policy- Role and functions of Reserve Bank of India; functions of commercial Banks/RRB/Payment Banks.
Budget and Fiscal deficits and Balance of payments.
Fiscal Responsibility and Budget Management Act, 2003.
- Monetary/ Fiscal policy- Role and functions of Reserve Bank of India; functions of commercial Banks/RRB/Payment Banks.
- Role of Information Technology in Governance
आज के आर्टिकल ”SSC CGL Syllabus” में हमने SSC CGL के अंतर्गत कराई जाने वाली दोनों लिखित परीक्षाओं(टियर 1 और टियर 2) के परीक्षा पैटर्न और सिलेबस के बारे में जानकारी साझा की है।
हमारा पूरा प्रयास रहता है, कि हम आपको सही एवं सटीक जानकारी सरल भाषा में उपलब्ध कर सके। आशा करते हैं, कि हमारा यह प्रयास आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा।
SSC CGL या SSC के द्वारा कराई जाने वाली किसी भी परीक्षा की जानकारी के लिए आप हमसे हमारे टेलीग्राम ग्रुप के जरिए जुड़ सकते हैं। जहां हम आपको SSC परीक्षा से संबंधित लेटेस्ट अपडेट तथा SSC परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के Quizzes को भी शेयर करते हैं।
सीजीएल में कितने पेपर होते हैं?
सीजीएल परीक्षा में कुल दो लिखित पेपर कराए जाते हैं। जिन्हें हम SSC CGL टियर 1 परीक्षा तथा SSC CGL टियर 2 परीक्षा के नाम से जानते हैं।
CGL की तैयारी में कितना समय लगता है?
CGL की तैयारी में लगभग 1 वर्ष का समय लगता है।
एसएससी में सबसे अच्छी पोस्ट कौन सी है?
एसएससी सीजीएल में सबसे अच्छी पोस्ट सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी/लेखा परीक्षा अधिकारी(AAO) की मानी जाती है।
SSC CGL की सैलरी कितनी है?
एसएससी सीजीएल परीक्षा के माध्यम से चयनित होने वाले अभ्यर्थियों की शुरुआती सैलरी लगभग 35400 रुपए से लेकर 56724 रुपए तक होती है।
सीजीएल में नेगेटिव मार्किंग कितनी है?
एसएससी सीजीएल के टियर 1 परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए .50 अंक काटे जाते हैं। वहीं टियर 2 के पेपर-1 परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटे जाते हैं। जबकि टियर 2 परीक्षा के पेपर-2 और पेपर-3 परीक्षा में प्रत्येक गलत उत्तर के लिए मात्र 0.50 काटे जाते हैं।
सीजीएल का पेपर कैसे होता है?
एसएससी सीजीएल के दोनों पेपर ऑनलाइन आयोजित किए जाते हैं। जिनमें अभ्यर्थियों से बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।